वाराणसी में सात फेरों पर भी लॉकडाउन
 














अब नए सिरे से होंंगी शादी की तैयारियां


ग्राउंड रिपोर्ट : विजय विनीत 

वाराणसी के रोहनिया में रहते हैं अभिषेक। वो एक इंटर कालेज में लेक्चरर हैं। मीरजापुर में उनकी शादी तय थी। सारी तैयारियां हो गई थीं। 23 अप्रैल को तिलक और 25 अप्रैल को शादी थी। लॉक डाउन के चलते शादी टल गई। अब इनकी शहनाई दिसंबर महीने में बजेगी। छह दिसंबर को तिलक और आठ दिसंबर को शादी का नया मुहूर्त निकाला गया है।

अभिषेक के दोस्त हैं रजवाड़ी के अजित कुमार। पुलिस महकमे में सिपाही है। इनकी शादी 22 अप्रैल को होनी थी। चोलापुर के आलोक चौधरी 23 अप्रैल को बग्घी पर चढ़ने वाले थे। लॉकडाउन के चलते दोनों की सगाई और शादी की रस्म की तारीख आगे बढ़ानी पड़ी है। लहरतारा के अत्येंद्र लाल की बेटी की शादी भी 25 अप्रैल को होनी थी। वो बताते हैं, ‘लॉन वाले को शादी के लिए एडवांस दे दिया गया था। ऐसे में अब नए सिरे से शादी की तैयारियां होंगी। वो भी तब जब कोरोना का संकट पूरी तरह खत्म हो जाएगा।’

नाटी इमली के संजय सिंह के छोटे भाई अवनीश का विवाह 22 अप्रैल को था। सगाई हो चुकी है। विवाह के लिए भेलूपुर में लॉन भी बुक था। तैयारियां हो गई थीं। कार सजावट से लेकर बग्घी, बैंड बाजा से लेकर हलवाई तक। बड़ी बाजार के शमशाद अहमद की बेटी के हाथ भी पीले नहीं हो पाए।

कोरोना के चलते पिछले महीने के दूसरे पखवारे में लॉकडाउन शुरू हुआ। इस वजह से अप्रैल-मई में होने वाली शादियों पर ग्रहण लग गया है। सिर्फ बनारस जिले में तकरीबन डेढ़ हजार शादियां, तिलक और रिंग सेरेमनी के कार्यक्रम टल गए हैं। अनुमान है कि शादियों के टलने से इनसे जुड़े कारोबार को लगभग एक अरब से अधिक का नुकसान हुआ है।


शादियों के टलने से बनारस में लगभग साढ़े तीन लाख लोगों की रोजी-रोटी पर असर पड़ा है। बनारस के एक होटल व्यवसायी हरीश नारायण सिंह बताते हैं, ‘शादी की तिथियां साल-छह महीने पहले ही तय हो जाती हैं। 15 अप्रैल से शुरू होने वाले सहालग में तमाम शादियां होनी थी। बनारस के सभी छोटे-बड़े होटल बुक हो गए थे। हलवाई, बैंड बाजा, गेस्ट हाउस, घोड़ी वाला सबकी बुकिंग हो गई थी। मगर कोरोना का प्रकोप सब पर भारी पड़ गया। जिनकी शादियां अप्रैल में थी, वह टाल चुके हैं। अब लॉकडाउन की बढ़ती आशंका के चलते मई की अधिकतर डेट लोग टाल रहे हैं।’

बनारस होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रदीप सिंह और महामंत्री गोकुल शर्मा बताते हैं, ‘काशी में करीब एक हजार होटल और लॉन हैं। कुछ शादियों के लिए बुक होते हैं तो कुछ सगाई, तिलक जैसे छोटे कार्यक्रमों के लिए। होटल ताज, रेडिशन, होटल क्लार्क, रमाडा, होटल इंडिया, होटल मदीन सरीखे होटलों का सारा कारोबार पूरी तरह ठप है।’ एक होटल मालिक ने बताया कि उनके यहां अप्रैल-मई की लगभग 40 शादियां टली हैं। 

अब लोग नवम्बर-दिसम्बर या फिर जनवरी से मार्च 2021 के बीच की तिथियां निकाल रहे हैं। समस्या यह है कि उधर की तारीखों में होटल, रिजॉर्ट, कैटरर्स आदि पहले से ही बुक हैं। ऐसे में अप्रैल-मई में शादियां टालने वालों के सामने एक बड़ी समस्या पैदा हो गई है।

वाराणसी के ज्योतिषाचार्य डॉ. दिनेश चंद्र शुक्ल के अनुसार 25 अप्रैल, एक, चार, आठ, 10, 17, 18, 23 और 24 मई को तथा जून माह में 14, 27, 28 और 30 तारीखों को लग्न तेज है। इन दिनों में बड़ी संख्या में शादियां निर्धारित हैं। बड़ी संख्या में लोग उनके पास नया मुहूर्त निकलवाने के लिए आ रहे हैं।

अमरा खैरा के राम जनम गुप्ता की बेटी की शादी गर्मियों में होने वाली थी। अब टल गई है। वो कहते हैं, ‘जितनी धूमधाम से शादी का सपना संजो रखा हैं, उतनी धूमधाम से लॉकडाउन खुलने के बाद संभव नहीं हो सकेगा।’ काशी स्टेशन के पास रहने वाले अनीस खां भाड़े पर बग्घियों की बुकिंग करते हैं। लॉकडाउन ने इनके धंधे पर पलीता लगा दिया है। अजंता मैरिज हाल के मालिक बृजमोहन अग्रवाल कहते हैं, ‘अप्रैल, मई और जून में शादी, रिसेप्शन और अन्य समारोहों के लिए खूब बुकिंग हैं। सभी बुकिंग रद हो गई हैं। गनीमत है कि शादी के हॉल बुक कराने वाली पार्टियों ने अभी तक पैसे लौटाने को नहीं कहा है। जैसे ही स्थिति सामान्य होगी, हम पैसे लौटा देंगे।’


#विवाह_के_12_मुहूर्त

अप्रैल- 15, 20, 25, 26, 27

 मई- 1, 2, 4, 6, 17, 18, 19

 जून- 13, 15, 30 

 नवंबर: 25, 30

 दिसंबर: 7, 9

एक जुलाई से 24 नवंबर तक देवशयनी एकादशी के कारण कोई भी शुभ मुहूर्त नहीं।

- शुक्र के अस्त होने की वजह से 29 मई से 12 जून तक विवाह का कोई भी शुभ मुहूर्त नहीं है।


 

 



 



 















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