काशी में सूनी संगीत की महफिलें, सुर-ताल रूठे
कोरोना राग के आगे सारे राग फीके, सितार, तबला और हारमोनियम खामोश शोर से गुलजार रहने वाला नगर अब मुंह पर मास्क लगा बैठा है संगीत की लय-ताल के बदले लोग कर रहे हैं घरों में कदमताल संगीत के खजाने से लबरेज संगीतज्ञ पेट की भूख से लरज रहे विजय विनीत वाराणसी। कोरोना ने बनारस के रस को ही मिटा दिया है। चाहे स…